लेखनी कहानी - अचानक नहीं आएगी मौत - डरावनी कहानियाँ
अचानक नहीं आएगी मौत - डरावनी कहानियाँ
जीवन का अंतिम अटल सत्य है मृत्यु। जिस व्यक्ति ने इस धरती पर जन्म लिया है उसे एक दिन अवश्य ही इस नश्वर शरीर देह को त्यागना पड़ता है। श्रीमदभागवत में श्रीकृष्ण ने भी यही संदेश दिया है कि आत्मा अमर है और यह देह नश्वर है। कभी-कभी कुछ लोगों को असमय ही मृत्यु का शिकार होना पड़ता है,असमय मृत्यु से बचने के लिए शिव पुराण में कई उपाय बताए गए हैं।
शिव पुराण के अनुसार असमय या अचानक होने वाली मृत्यु से बचने के लिए शनि आराधना सर्वश्रेष्ठ उपाय है। शनि देव असमय मृत्यु से बचाने में सक्षम हैं। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन है शनिवार। इस दिन भगवान शनि के निमित्त पूजन करने वाले व्यक्ति को असमय मृत्यु का भय नहीं रहता है। इसके साथ ही ज्योतिष संबंधी कुंडली के कई दोष भी इनकी आराधना से शांत हो जाते हैं।
सबसे क्रूर माने जाने वाले शनि से कृपा प्राप्त करने के लिए शनिवार के दिन विशेष पूजन करें। शनि के निमित्त शनि की वस्तुओं का दान करें। इसके अतिरिक्त भगवान शिव को जल में तिल डालकर अर्पित करें। शिवजी के साथ ही शनिदेव की आराधना से व्यक्ति अकाल मृत्यु से बच सकता है।
इस प्रकार प्रत्येक शनिवार को यह उपाय करने से अकाल मृत्यु का खतरा टल जाता है और व्यक्ति को लंबी आयु प्राप्त होती है। यह उपाय शिव पुराण में दिया गया है अत: इसमें शंका और संदेह न करें अन्यथा इस उपाय का उचित पुण्य प्राप्त नहीं हो सकेगा।